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040 | _cNational Institute of Technology Goa | ||
082 |
_a928.9143 _bKUM/SUB |
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100 | _aKumar, Anil | ||
245 | _aSubhadra Kumari Chauhan ki 75 kavitayen | ||
250 | _a1st | ||
260 |
_aNew Delhi: _b Vidya Vihar, _c 2023 |
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300 | _b184p.: 8x10x1; Paperback | ||
520 | _aकिताब के बारे में: सुभद्रा कुमारी चौहान आधुनिक हिंदी साहित्य की ऐसी लोकप्रिय कवयित्री हैं, जिनकी कविताओं ने स्वाधीनता आंदोलन के दौरान भारतीयों के होंठों का गीत बनकर गाँव-गाँव, गली-गली स्वाधीनता का अलख जगाया। उन्होंने ऐतिहासिक और राष्ट्रीय भावनाओं को समसामयिक व राजनीतिक जीवन के तात्कालिक संदर्भों से जोड़ा। उनकी कविता में राष्ट्रीयता 'प्रलयंकारी उच्च घोषणाएँ' बनकर नहीं आई, वरन उसने संघर्षमयी चेतना के रूप में आकार पाया। देशभक्ति की निर्भीक अभिव्यक्ति से साहित्य और राजनीति में उन्होंने अपना विशेष स्थान बनाया। | ||
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_2Hindi _aHindi; Women biography; Poets |
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