000 | 01334nam a22001937a 4500 | ||
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005 | 20250304103954.0 | ||
008 | 240223b |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9789394879669 | ||
040 | _cNational Institute of Technology Goa | ||
082 |
_a891.434 _bPRA/KAV |
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100 | _aPrasad, Jaishankar | ||
245 | _aKavya aur kala tatha anya nibandh | ||
250 | _a1st | ||
260 |
_aDelhi: _b Abhishek Publications, _c 2023 |
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300 | _b106p.: 8x10x1; Hard cover | ||
520 | _aकिताब के बारे में: काव्य और कला तथा अन्य निबन्ध में नौ निबन्ध संकलित हैं, जिनमें तीन नाटक से संबंध रखते हैं। आरम्भ में काव्य और कला के संबंधों पर विचार किया गया है, फिर रहस्यवाद और रस का विवेचन है। बीच के नाटक संबंधी तीन निबन्धों के बाद आरम्भिक पाठ्यक्रम है और अंत में 'यथार्थवाद और छायावाद' शीर्षक समापन निबन्ध। | ||
650 |
_2Hindi _aHindi |
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942 |
_2ddc _cBK _n0 |
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999 |
_c5033 _d5033 |